गो ब्रह्मणेभ्यः शुभमस्तु नित्यम् !
लोकः समस्तः सुखिनो भवन्तु !!
गो ब्रह्मणेभ्यः शुभमस्तु नित्यम् !
लोकः समस्तः सुखिनो भवन्तु !!
परंपरा को वैश्विक अवसरों से जोड़ना
गो ब्रह्मणेभ्यः शुभमस्तु नित्यम् !
लोकः समस्तः सुखिनो भवन्तु !!
परंपरा को वैश्विक अवसरों से जोड़ना
रहस्यों से भरा भारत हमेशा ही दुनिया को चौंका देने में विफल नहीं होता। क्या यह हमारे सामाजिक माहौल के कारण है (या) हमारे द्वारा चुनी गई जीवनशैली के कारण (या) यह पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित ज्ञान से संबंधित है…